राजस्थान में गुर्जर जनसंख्या , राजस्थान में गुर्जर जनसंख्या का प्रतिशत , राजस्थान में गुर्जर विधायक , राजस्थान में गुर्जर कितने प्रतिशत है ? आदि सवालों का जवाब आपको इस लेख के माध्यम से दिया जाएगा।
राजस्थान में गुर्जर समुदाय कुल जनसंख्या में अपनी 5% हिस्सेदारी रखता है । राजस्थान में पूर्व में गुर्जर प्रतिहार वंश का शासन भी रहा है एवं 12 वीं सदी के समाप्ति तक यहां से गुर्जर शासन का लगभग अंत हो गया।
अनुमानित तौर पर राजस्थान में गुर्जर जाति की जनसंख्या 40 लाख से अधिक है । 2021 की जनसंख्या आंकड़ों के अनुसार गुर्जर जाति की जनसंख्या करीब 60 लाख हो सकती हैं।
एवं राजस्थान के चुनाव में कुल मतदाताओं का 6% हिस्सा गुर्जर जाति का होता है। यानी कि राजस्थान में 5% वोटर गुर्जर जाति से आते हैं ।
माना जाता है कि राजस्थान में गुर्जर जाति का वोट बैंक बीजेपी के प्रभाव में रहता हैं , लेकिन राजस्थान से सचिन पायलट एक गुर्जर नेता है जिन्होंने गुर्जर वोट बैंक को बीजेपी से कांग्रेस की तरफ लाने के लिए प्रयास किए हैं।
गुर्जर जाति हमेशा कांग्रेस की फिरौती इसलिए रही है क्योंकि मीणा वोट बैंक परंपरागत रूप से कांग्रेस का समर्थक है एवं मीणा को गुर्जर समुदाय का कट्टर विरोधी माना जाता है।
राजस्थान में प्रत्येक विधानसभा चुनाव में 8 से 12 विधानसभा सदस्य गुर्जर होते हैं। वहीं 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की ओर से गुर्जर नेता सचिन पायलट को मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में पेश किया जा सकता है। सचिन पायलट राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं एवं कांग्रेस में उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर युवा नेता के तौर पर पहचान मिली हुई है।
राजस्थान में गुर्जर बाहुल्य क्षेत्र
राजस्थान में सवाई माधोपुर , जयपुर , टोंक, करौली , कोटा , दौसा , भरतपुर, धौलपुर , भीलवाड़ा , बूंदी , अजमेर , झुंझुनू इत्यादि क्षेत्र गुर्जर बाहुल्य इलाके हैं।
राजस्थान के 35 विधानसभा सीटों पर गुर्जर वोट बैंक का काफी प्रभाव है ।
राजस्थान में गुर्जर जनसंख्या का प्रतिशत एवं राजस्थान से गुर्जर विधानसभा सदस्य चुने जाने के प्रतिशत लगभग समान है ।