हनुमान बेनीवाल किसको लड़ाएंगे खींवसर से उपचुनाव ?
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख व 4 जून को लोकसभा के नतीजे में नागौर लोकसभा सीट जीतने वाले हनुमान बेनीवाल के दिल्ली पहुंचने पर अब खींवसर विधानसभा सीट खाली हो गई।
हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहीं जाने वाली खींवसर विधानसभा सीट भाजपा और कांग्रेस भी नजर बनाए हुए हैं।
क्या है खींवसर विधानसभा सीट का इतिहास ?
2008 में अस्तित्व में आई खींवसर विधानसभा पर भाजपा प्रत्याशी के तौर पर हनुमान बेनीवाल चुनाव जीते, 2013 के विधानसभा चुनाव में हनुमान बेनीवाल निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव जीते।
2018 में हनुमान बेनीवाल ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का गठन करके खींवसर विधानसभा सीट पर स्वयं चुनाव जीते।
2019 के लोकसभा चुनाव में हनुमान बेनीवाल लोकसभा चुनाव जीत गए और खींवसर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में हनुमान बेनीवाल ने अपने भाई नारायण बेनीवाल को चुनाव में उतारा, नारायण बेनीवाल भी जीत गए।
2023 के विधानसभा चुनाव में हनुमान बेनीवाल स्वयं खींवसर विधानसभा सीट से चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचे।
2024 में हनुमान बेनीवाल लोकसभा चुनाव जीत गए और अब खींवसर विधानसभा सीट पर उपचुनाव होंगे।
यानी कि अब तक हनुमान बेनीवाल ही खींवसर विधानसभा सीट पर किंग की भूमिका में है। यहां पर कांग्रेस और भाजपा कई प्रयासों के बाद भी चुनाव नहीं जीत पाई।
कौन लड़ेगा उपचुनाव
हनुमान बेनीवाल ने खींवसर विधानसभा सीट पर अपनी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है, हालांकि कहा जा रहा है कि बार हनुमान बेनीवाल खींवसर से अपने परिवार के सदस्य को चुनाव नहीं लड़ाएंगे।
लगातार पिछले दो चुनावों में जीत का अंतर कम होने के बाद हनुमान बेनीवाल को अब खींवसर विधानसभा सीट पर अपना प्रत्याशी जिताना भी महत्वपूर्ण हैं।
हनुमान अपनी पार्टी के किसी नेता को यहां से चुनाव मैदान में उतारकर खींवसर से अपनी जीत के इतिहास को निरंतर बनाए रखने की कोशिश करेंगे।
हालांकि बेनीवाल ने अभी तक किसी भी प्रत्याशी के नाम पर ऐलान नहीं किया है और संभवतः तीन-चार महीनों में चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की तारीख ऐलान करने के बाद ही प्रत्याशी के नाम पर फाइनल मोहर लगेगी।