जाट महाकुंभ में शामिल होंगे हनुमान बेनीवाल ? जाट राजनीति में चर्चा का विषय
5 मार्च को राजस्थान के जयपुर में जाट महाकुंभ के नाम से जाट जाति एकता का संदेश देने का प्रयास किया जा रहा है , जाट समाज का प्रोग्राम ऐसे वक्त पर हो रहा है जब विधानसभा चुनाव को महज 8 महीने बचे है , लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि जाट महाकुंभ में नागौर से सांसद एवं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी प्रमुख हनुमान बेनीवाल शामिल होंगे या नहीं होंगे ?
यह सवाल इसलिए है क्योंकि राजस्थान की जाट वोट बैंक में हनुमान बेनीवाल पर दबदबा माना जाता है , माना जाता है कि राजस्थान कि करीब 30 सीटों पर हनुमान बेनीवाल अपना अच्छा खासा प्रभाव रखते हैं।
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल को जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में आयोजित हो रहे महाकुंभ में अभी तक न्योता नहीं दिए जाने की खबरें जोरों के साथ चल रही हैं। जाट महासभा द्वारा आयोजित होने वाले कार्यक्रम के प्रदेश अध्यक्ष राजाराम दिल ने कहा कि जो पार्टी जाट को मुख्यमंत्री बनवाने का आश्वासन देगी , जाट उसी को वोट देंगे।
जाट महाकुंभ में जातिगत जनगणना की मांग भी तेज होने की संभावना है एवं उसके अलावा जाट आरक्षण की मांग फिर से उठाई जा सकती है ।
अब तक जाट महाकुंभ में राजस्थान के कई बड़े नेताओं को न्योता दिया जा चुका है जिसमें राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे , भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया , कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा , पूर्व राजस्व मंत्री हरीश चौधरी आदि को न्योता दिया गया हैं।
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लेकिन राजस्थान में जाट नेता के तौर पर तेजी से उभर रहे आरएलपी नेता हनुमान बेनीवाल को न्योता ना देने की वजह जाट महासभा के अध्यक्ष राजाराम मील एवं हनुमान बेनीवाल के बीच आपसी खींचतान होने को भी कारण बताया जा रहा हैं। हनुमान बेनीवाल को बुलाया जाएगा या नहीं , इस पर भी अभी कुछ कहना ठीक नहीं होगा क्योंकि 5 मार्च को अभी तक वक्त है ।