चूरू से राजेंद्र राठौड़, जालौर से गहलोत के प्रतिष्ठा दांव पर
राजस्थान के चुरू लोकसभा सीट पर मुकाबला काफी रोचक हैं यहां से भारतीय जनता पार्टी के सांसद राहुल कस्वां की टिकट काटकर देवेंद्र झाझरिया को टिकट दी गई।
इसका मुख्य कारण भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ का विधानसभा चुनाव हारना है, बताया जाता है कि राजेंद्र राठौड़ की विधानसभा चुनाव में हार की वजह राहुल कस्वां थे, इसके बाद राहुल कस्वां की टिकट काट दी गई, लेकिन राहुल कस्वां कांग्रेस पार्टी में शामिल होकर अब भाजपा के सामने चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में राजेंद्र राठौड़ की प्रतिष्ठा यहां पर दांव पर है।
जालौर लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत चुनाव लड़ रहे थे इससे पहले कांग्रेस आलाकमान ने अशोक गहलोत को जोधपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का दबाव बनाया गया था।
लेकिन अशोक गहलोत अब चुनाव नहीं लड़ रहे हैं और जालौर सिरोही लोकसभा से अशोक गहलोत के बेटे को लोकसभा टिकट दिया गया ।
ऐसे में अशोक गहलोत की जालौर सिरोही लोकसभा सीट प्रतिष्ठा का सवाल है, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृह जिला जोधपुर भी अशोक गहलोत जिताने की जिम्मेदारी अशोक गहलोत पर है।
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सचिन पायलट को टोंक लोकसभा सीट से कांग्रेस आलाकमान चुनाव में उतारना चाहता था लेकिन सचिन पायलट ने हरीश मीणा के नाम की पैरवी की, अब यह सीट कांग्रेस के खाते में डालने की जिम्मेदारी सचिन पायलट की है।