प्रदेश में 30 अक्टूबर को होने वाले दो विधानसभा उपचुनावों को लेकर सभी पार्टियां अपने दमखम के साथ जुट चुकी है वल्लभनगर व धरियावद में पूर्व विधायकों के निधन के बाद अब वापस उपचुनाव होने जा रहे हैं धरियावद में कांग्रेस व भाजपा मुकाबले में है लेकिन वल्लभनगर के चुनाव इस बार बहुत रोचक हो चुके हैं । वल्लभनगर मे चतुष्कोणीय मुकाबले में भाजपा, कांग्रेस, जनता सेना के अलावा राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी भी मैदान में है। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी की वल्लभनगर में एंट्री भारतीय जनता पार्टी की नहीं बल्कि कांग्रेस एवं जनता सेना के लिए भी एक तरह से मुसीबत बन गई है।
दरअसल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने लाल डांगी को प्रत्याशी बनाया है उदय लाल डांगी 2018 में भाजपा की तरफ से वल्लभनगर में विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं इस बार उदय लाल डांगी का भाजपा से टिकट कटने के बाद उदय लाल डांगी ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का दामन थाम लिया 2018 के विधानसभा चुनाव में करीब 45000 से भी ज्यादा मत प्राप्त हुए थे।
लेकिन उदय लाल डांगी के आर एल पी में शामिल होने के बाद वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र के दो प्रधान सहित कई भाजपा नेताओं ने अपना समर्थन भी आरएलपी को दे दिया है एवं इससे भारतीय जनता पार्टी हर दिन कमजोर होती दिखाई दे रही है कांग्रेस ने वल्लभनगर पूर्व विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत की पत्नी प्रीति शक्तावत पर विश्वास जताया है। राजनैतिक जानकारों के अनुसार राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी सबसे ज्यादा वोट भारतीय जनता पार्टी के काटने का काम करेगी। क्योंकि भाजपा के कई नेताओं ने अप्रत्यक्ष रूप से रालोपा को समर्थन दे रखा हैं। भाजपा के कई नेता कट करने के बाद नाराज चल रहे हैं, इसके अलावा कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश कर रही है।
दोनों विधानसभा क्षेत्रों में 30 अक्टूबर को उपचुनाव होने हैं एवं 2 नवंबर को उपचुनाव का परिणाम जारी किया जाएगा ।