बुद्ध पूर्णिमा क्यों मनाते हैं कब मनाते हैं कैसे मनाते हैं , बुध पूर्णिमा को क्या करना चाहिए
बुद्ध पूर्णिमा कब मनाते हैं ? बुद्ध पूर्णिमा कैसे मनाते हैं बुध पूर्णिमा कब हैं , बुध पूर्णिमा के दिन क्या करना चाहिए बुद्ध पूर्णिमा कैसे मनानी चाहिए , Buddh Purnima kaise mnate hain
बुध पूर्णिमा का हिंदू एवं बौद्ध दोनों धर्मों के लिए विशेष महत्व है , भगवान गौतम बुद्ध का जन्म वैशाख पूर्णिमा के दिन हुआ था एवं इसीलिए इस महीने की पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा कहा जाता है। इतिहासकारों के मुताबिक गौतम बुद्ध का जन्म 563 – 484 ईसा पूर्व के मध्य हुआ।
बुद्ध पूर्णिमा क्यों मनाते हैं ?
- बुद्ध पूर्णिमा के दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था।
- बुद्ध पूर्णिमा के दिन महात्मा बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।
- बुद्ध पूर्णिमा के दिन ही भगवान बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ था ।
- बुद्ध पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु का 9वां अवतार हुआ था।
- बुद्ध पूर्णिमा के दिन सत्यव्रत पूर्णिमा से सुदामा धनवान हुए।
बुद्ध पूर्णिमा कब मनाते हैं ?
प्रत्येक वर्ष वैशाख माह की पूर्णिमा के दिन बुद्ध पूर्णिमा मनाई जाती है एवं इसलिए इस पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है।
बुद्ध पूर्णिमा कैसे मनाते हैं ?
हिंदू धर्म में भगवान गौतम बुद्ध को भगवान विष्णु का नौवां अवतार माना जाता है एवं इस दिन लोग व्रत रखते हैं एवं सामूहिक उपासना करते हैं दान देते हैं एवं हिंदू व बौद्ध धर्म के लोग इसे बहुत श्रद्धा के साथ मनाते हैं।
बुद्ध पूर्णिमा को क्या करना चाहिए ?
- बुद्ध पूर्णिमा के दिन उपवास करना चाहिए एवं सामूहिक उपासना करनी चाहिए।
- बुद्ध पूर्णिमा के दिन से भगवान बुद्ध के आदर्शों एवं धर्म के मार्ग पर चलने की कोशिश करनी चाहिए ।
- बुद्ध पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ की पूजा की जाती है एवं इस वृक्ष पर दूध एवं इत्र मिलाकर जल चढ़ाया जाता है।
- सरसों के तेल का दीपक पीपल के पेड़ पर जलाया जाता हैं , पीपल के पेड़ का विशेष महत्व इसलिए होता है कि भगवान बुद्ध को पीपल के पेड़ के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।