डीएलएड और बीएड के प्रथम वर्ष के विद्यार्थी भी REET में हो सकते हैं शामिल
राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा में इस बार बड़ा बदलाव देखने को मिला हैं, राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिए हैं कि b.ed और डीएलएड के प्रथम वर्ष के छात्र भी रीट परीक्षा दे सकते हैं।
अब तक रीट परीक्षा वही दे सकते थे जिन्होंने बीएड या डीएलएड पास कर ली हो या अंतिम वर्ष में अध्यनरत हो।
लेकिन इस बार नियमों में बड़ा बदलाव करते हुए विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है कि प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राएं भी अध्यापक पात्रता परीक्षा दे सकेंगे।
इससे नए नियम से प्रदेश के करीब डेढ़ लाख से अधिक विद्यार्थियों को फायदा होगा, भाजपा सरकार पहली वर्षगांठ पर कभी भी रीट का नोटिफिकेशन भी जारी कर सकती है।
अब अगर विद्यार्थी अध्यापक पात्रता परीक्षा को पास कर देंगे तो उन्हें दोबारा रीट परीक्षा देने की जरूरत नहीं होगी।
अगले साल फ़रवरी महीने में परीक्षा प्रस्तावित हैं, इसको लेकर सरकार ने तैयारी शरू कर दी है, 10 लाख से अधिक अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
REET में पास होने के लिए 60 प्रतिशत अंक जरूरी
अभ्यर्थियों को अध्यापक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए 60% अंक लाने अनिवार्य हैं।
60% अंक प्राप्त न होने पर अभ्यर्थी अध्यापक पात्रता परीक्षा पास करके आगामी भर्ती के लिए योग्य नहीं होगा।