कौन है ओम बन्ना, क्या है ओम बन्ना की कहानी Om Banna Ki Kahani
राजस्थान के पाली जिले के चोटिला गांव में लोक देवता ओम बन्ना का मंदिर हैं, यहां पर उनके भक्तों की हमेशा भीड़ लगी रहती हैं. ओम बन्ना को मानने वाले भक्त अपनी मन्नत पूरी करने के लिए दूर-दूर से ओम बन्ना के मंदिर तक पहुंचाते हैं और अपनी मन्नत मांगते हैं।
ओम बन्ना के मंदिर में आस्था रखने वाले लोग मानते हैं कि अगर कोई भी व्यक्ति एक बार जाकर मन्नत मांग ले तो तो उसके उद्देश्य हमेशा पूरे होते हैं।
इस मंदिर में एक मोटरसाइकिल की पूजा होती है, आईए जानते हैं आगे की बात
ओम बन्ना का इतिहास Om Banna Story And Family
5 मई 1964 ईस्वी को पाली जिले के चोटिला गांव में जोग सिंह के घर ओम सिंह का जन्म हुआ, ओम सिंह का जन्म सामान्य राजपूत परिवार में हुआ, जिन्हें आज ओम बन्ना कहा जाता है।
ओम सिंह की शिक्षा पाली जिले में हुई और ओम सिंह यानी कि ओम बन्ना की शादी सांडेराव के पास बागड़ी गांव में हुई।
विवाह के बाद ओम बन्ना 2 दिसंबर 1988 ईस्वी को अपने ससुराल से वापस अपने गांव चोटिला लौट रहे थे, इस दौरान ओम बन्ना अपने बाइक पर सवार थे।
लेकिन गांव में पहुंचने से पहले ओम बन्ना के साथ दुर्घटना हो जाती हैं, इस दुर्घटना में ओम बन्ना का निधन हो जाता हैं।
इस एक्सीडेंट के बाद केरल चौकी की पुलिस बुलेट मोटर साइकिल को नजदीकी पुलिस स्टेशन ले गई, लेकिन कहा जाता है कि अगले दिन यही मोटरसाइकिल दुर्घटना स्थल पर मिली थी।
इसके बाद स्थानीय लोगों ने इसको चमत्कार माना और बुलेट मोटरसाइकिल की पूजा करनी शुरू कर दी, धीरे-धीरे लोगों की आस्था बढ़ती गई और ओम बन्ना के मंदिर का निर्माण भी किया गया।
यह भी पढ़ें चुनाव के बाद महंगे हो जाएंगे मोबाइल रिचार्ज, 17 फीसदी महंगे हो सकते हैं प्लान
इस मंदिर को बुलेट बाबा मंदिर के नाम से भी जाना जाता हैं और यहां आने वाले भक्त बुलेट मोटर साइकिल पर लाल धागा बांधते हैं।